UPSC Preparation
UPSC Preparation, सिविल सर्विस की तैयारी कैसे करें? IAS की परीक्षा को कैसे क्वालीफ़ाई करें? How to start UPSC Preparation आधुनिक प्रतिस्पर्धात्मक समय में ये सभी प्रश्न आम से हो गए हैं।
अक्सर अपने भविष्य को सँवारने के प्रयास में विद्यार्थी यूपीएससी में सफलता के सपने देखने लगते हैं,
और जब बैचलर डिग्री के बाद UPSC Preparation की ओर कदम बढ़ाते हैं,
तो उनके सामने अनेक प्रश्न होते हैं। जैसे– यूपीएससी की तैयारी कैसे करें, क्या पहले अटेम्पट में पास हो सकते हैं?
कोई कोचिंग करें या घर में ही तैयारी करें? इन सभी प्रश्नों का जवाब पाना बहुत आवश्यक होता है
और परीक्षा की पूरी जानकारी रखना आपकी सफलता में सहायक सिद्ध होता है।
लाखों उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा देते हैं, किन्तु कुछ ही लोगों को सफलता मिलती है।
तो क्या बाकी लोगों की तैयारी में कोई कमी रह जाती है। या फिर लक्ष्य प्राप्ति की उचित दिशा तलाश नही कर पाते।
आज मैं यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए परीक्षा का सही व उत्तम तैयारी का तरीका साझा कर रही हूँ।
IAS Exam स्वयं में अत्यंत कठिन व चुनौतीपूर्ण है। पाठ्यक्रम की वृहदता उम्मीदवार को हताश करने लगती हैं,
लेकिन हताश होने की जरूरत नहीं। सही तरीके से तैयारी करके पूरे पाठ्यक्रम को कवर किया जा सकता है।
पढ़ाई का सुव्यवस्थित तरीका हमारी सफलता में अवश्य सहायक होता है।
यदि आप UPSC Preparation करना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अवश्य पढ़ें। प्रस्तुत लेख में तैयारी संबंधी अनेक टिप्स दिए गए हैं।
ये टिप्स आपकी परीक्षा तैयारी में सहायक होंगे। आवश्यकता है कि आप पोस्ट को पूरा पढ़कर अपनी तैयारी को सही दिशा प्रदान करें।
इस प्रकार आप अपनी क्षमता का आँकलन कर पाएंगे। तो आइए यू. पी. एस. सी. की तैयारी की रणनीति का अध्ययन करें
और अपनी सफलता सुनिश्चित करें।
UPSC 2022 की जानकारी
UPSC, IAS, IPS, IFS और अन्य संबद्ध सेवाओं के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की भर्ती के लिए सिविल सेवा आयोजित कर्ता है।
आयोग द्वारा UPSC कैलेन्डर 2022 जारी कर दिया गया है। प्रारम्भिक परीक्षा 5 जून सन् 2022 को आयोजित की जाएगी।
जैसा की हम जानते हैं कि यूपीएससी परीक्षा तीन चरणों में सम्पन्न की जाती है –प्रारम्भिक, मुख्य तथा साक्षात्कार।
सिविल सर्विस प्रारंभिक परीक्षा में दो परीक्षाएं होती हैं। सामान्य अध्ययन 1 और सामान्य अध्ययन 2 (CSAT)।
मुख्य परीक्षा प्रारम्भिक परीक्षा पास करने के बाद होती है। तत्पश्चात व्यक्तिगत परीक्षण व साक्षात्कार अंतिम परीक्षा है।
UPSC मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के संचयी स्कोर के आधार पर अंतिम परिणाम घोषित किया जाता है।
UPSC Preparation
यूपीएससी की तैयारी कैसे करें? हमने सिर्फ इस प्रश्न का उत्तर नही देना चाहा बल्कि
किस प्रकार तैयारी करके आप सफल हो जाए इस तह तक भी गए हैं।
निष्कर्षत: हमने 7 टिप्स निर्धारित किए हैं। जिनके अनुसार तैयारी करके आपमें आत्मविश्वास आएगा और आप सफलता की ओर बढ़ते जाएंगे।
तो आइए सिविल सर्विस तैयारी की रणनीति के 7 टिप्स को जानें और UPSC Preparation में इन्हें शामिल करें –

- परीक्षा की पूरी जानकारी
- किताबों को पढ़ने की आदत
- अपने ज्ञान को बढ़ाए और अपडेट करें
- हस्त लिखित नोट्स बनाए
- उचित समय निर्धारण करें
- लेखन अभ्यास करें
- मॉक टेस्ट अभ्यास
अब हम इन टिप्स का विस्तार से अध्ययन करेंगे और जानेंगे कि किस प्रकार इन्हें अपनी तैयारी में लागू कर सकते हैं।
परीक्षा की पूरी जानकारी
इसलिए परीक्षा के विषय, चरण, पाठ्यक्रम, पैटर्न, निर्धारित समय, प्रश्नपत्र प्रारूप, अध्ययन सामग्री, पात्रता की शर्तें, आवेदन प्रक्रिया आदि बिंदुओं को भली प्रकार जानें।
इसके लिए आप हमारी वेबसाइट के पोस्ट UPSC Exam 2022 को पढ़ सकते हैं, साथ ही अन्य साधनों से भी जानकारी पा सकते हैं।
प्रत्तेक पेपर में कितने प्रश्न होते हैं तथा प्रश्न वस्तुनिष्ठ हैं या निबंधात्मक उसी अनुसार अध्ययन सामग्री तैयार करें।
परीक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी आपको अध्ययन की उचित प्रक्रिया सिखाएगी और किसी भी प्रकार का संदेह नही रहेगा।
परीक्षा की सारी सूचनाए समय पर प्राप्त करने के लिए UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट पर सक्रिय रहें ताकि नवीनतम अपडेट मिलते रहें।
जैसे – परीक्षा प्रक्रिया में हुए बदलाव, पेपर पैटर्न में तबदीली तथा प्रश्न पत्र के प्रारूप में परिवर्तन आदि।
जिसप्रकार किसी के घर तक पहुँचने के लिए हम उसका मैप, रास्ता, साधन का पता करते हैं जिससे सुगमता से अपनी निर्धारित मंजिल पर पहुँच जाते हैं।
ठीक उसीप्रकार परीक्षा पास करने के लिए उससे संबंधित सम्पूर्ण जानकारी को प्राप्त करना और उसी के अनुरूप तैयारी करना हमारी सफलता का परिणाम बनता है।
किताबों को पढ़ने की आदत
पुस्तकें एक ही जगह बैठे बैठे हमें दुनिया की सैर करा सकती हैं। तभी तो किताबों को घुमक्कड़ी भी कहा जाता है।
आपको किसी भी क्षेत्र का ज्ञान बढ़ाना है तो संबंधित पुस्तकों को पढ़ने से अच्छा कोई साधन नहीं। अध्ययन व पढ़ना सीखने की उत्तम प्रक्रिया है।
UPSC परीक्षा हो या कोई भी हो किताबों को पढ़ने में आलस न करें, क्योंकि बिना पढे आप अच्छा लिख नहीं सकते।
इसलिए UPSC Preparation के लिए एन. सी. आर. टी की किताबों को कम से कम 2–3 बार पढ़ें।
साथ ही परीक्षा में सम्मिलित विषयों की मानक पुस्तकों का भी अध्ययन करें।
आप जितना अधिक किताबों को पढ़ेंगे उतना ही आप के ज्ञान में वृद्धि होगी। अब हम पुस्तकों को पढ़ने का सही तरीका जानेंगे –
किताबों को पढ़ना शुरू करने से पहले आपको विषय से संबंधित सूची तैयार करनी चाहिए।
फिर किताबों का संकलन करके पढ़ना प्रारंभ करना चाहिए।
सूची में लिखित जिन किताबों को आप अच्छी तरह से पढ़ते जाए उन पर टिक करते रहें
इससे आपको आपकी रीडिंग क्षमता भी पता चलेगी और आपके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी।
अपने ज्ञान को बढ़ाए और अपडेट करें
यूपीएससी की तैयारी के लिए हमें अपने ज्ञान को बढ़ाने तथा अपडेट करने की अत्यंत आवश्यकता है।
आपकी पृष्ठभूमि अंग्रेजी माध्यम की है या हिन्दी की इसका कोई फर्क नही पड़ता।
बस जरूरत है अपनी नौलेज को बढ़ाने और नवीनीकृत करने की। इसके लिए समाचार पत्र पढ़ना,
सामान्य ज्ञान की पत्रिकाओं का अध्ययन करना लाभप्रद रहता है।
साथ ही एन सी आर टी की किताबें पढ़ें इन्हें NCRT की वेबसाइट से मुफ़्त में डाउनलोड भी किया जा सकता है।
नियमित समाचार पत्र पढ़ना भी जरूरी है इससे समसामयिक सूचनाएं प्राप्त होती रहती हैं तथा
राजनीति, समाज, राजस्व में हो रहे अपडेट भी पता चलते रहते हैं।
हस्त लिखित नोट्स बनाए
आप चाहे ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी ही क्यूँ न करें लेकिन विषयों से संबंधित नोट्स जरूर बनाए।
ऐसा करने से कोई भी विषय पढ़ने से छूटता नही और लेखन अभ्यास भी अच्छा होता है।
नोट्स बनाने के लिए पहले संबंधित किताबों को पढ़ें फिर उन टॉपिक्स को स्वयं लिखें।
नोट्स बनाने से वस्तुनिष्ठ और निबंधात्मक दोनों ही तरह के उत्तरों की तैयारी हो जाती है।
यह यथार्थ सत्य है कि जब हमें किसी कार्य के फायदे पता होते हैं तभी हम उनको करना पसंद करते हैं,
तो आइए जाने कि हस्त लिखित नोट्स बनाने से क्या फायदे होते हैं –
- लेखन क्षमता बढ़ती है।
- प्रश्न भली प्रकार समझ आ जाते हैं।
- उत्तर सीमित और सटीक देने का अभ्यास हो जाता है।
- विषय का पूरा ज्ञान मिलता है।
- वस्तुनिष्ठ उत्तर भी तैयार होते जाते हैं।
- अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो जाती है।
- नोट्स अच्छे से याद हो जाते हैं क्योंकि स्वयं पढ़ कर लिखे जाते हैं।
- विषय संबंधी डाउट्स क्लियर हो जाते हैं।
- आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- सकारात्मकता आती है।
- लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ विश्वास की भावना पनपती है।
उचित समय निर्धारण करें
किसी भी परीक्षा में समय का सही निर्धारण करना बहुत जरूरी होता है। समय का सदुपयोग हमें सफलता की ओर अग्रसर करता है।
समय का सही निर्धारण तथा सदुपयोग करने का सर्वोत्तम तरीका है समय सरिणी यानि टाइम टेबिल बनाना।
जिससे आपके सभी कार्य समय से होते रहेंगे और 10 दिनों तक टाइम टेबिल के अनुसार काम करने से आपकी आदत भी बन जाएगी।
इससे समय का पूरा सदुपयोग होगा और कोई भी काम अधूरा नहीं रहेगा।
कुछ लोग पढ़ाई के प्रेशर में अच्छी नींद नही लेते, भोजन नही करते बस पढ़ते ही रहते हैं।
सच कहूँ तो इस तरह खुद को परेशान करके आप तैयारी नही कर पाएंगे
बस अपनी पढ़ाई को अपना दुश्मन और परीक्षा की तैयारी को सजा बना लेंगे।
फिर आपका मन बेचैन रहेगा और निराशा व हताशा आपको घेर लेगी। ऐसी स्थिति में आप परीक्षा की बेहतर तैयारी तो भूल ही जाएँ।
यदि आपको सफलता पानी है तो समय का निर्धारण करें, अपनी दिनचर्या के साथ समझौता न करें, पढ़ाई को सजा न बनाए बल्कि मजे से करें।
पढ़ाई भी इन्जॉय की जा सकती है अगर आप उसे सही तरीके से कर रहे हैं। फिर देखिए आपका मन प्रसन्न, दिमाग शांत और तन तन्दुरुस्त रहेगा।
हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, तो स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए अपने लक्ष्य के लिए प्रयास करें।
इससे आप के अंदर सकारात्मक सोच उत्पन्न होगी और यही सोच आपको सफलता दिलाएगी।
टाइम टेबिल बनाए
अब आइए जाने की टाइम टेबिल बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- अपनी सम्पूर्ण दिनचर्या को कवर करें।
- सुबह व्यायाम व प्राणायाम के लिए समय निकालें।
- खान पान का समय सुनिश्चित करें।
- भरपूर नींद लें।
- सभी कार्यों को महत्व दें, चाहे वह भोजन करना है सोना या मनोरंजन।
- सुबह, दोपहर, शाम या रात्री का समय पढ़ाई के लिए निर्धारित करें। ये दो, तीन या चार घंटे भी हो सकता है।
- अपनी क्षमता के अनुसार पढ़ाई को समय दें।
- पढ़ाई के समय में अंतराल रखें।
- परीक्षा संबंधी विषयों की सूची बनाए तथा टाइम टेबिल में सभी विषयों को महत्व दें।
- पाठ्यक्रम को प्रत्तेक दिन के अनुसार बाँट लें।
- पाठ्यक्रम के जो टोपिक्स कंप्लीट होते जाए उन्हें लिस्ट में मार्क करते रहें।
- यदि आपका टाइम टेबिल आपको सूट कर रहा है तो बार बार फेर बदल न करें।
- टाइम टेबिल के अनुसार कार्य करने में आपको 10 से 15 दिन का समय देना ही पड़ेगा क्योंकि किसी भी चीज की आदत डालने में समय लगता है।
- अधीरता न करें धीरे धीरे बनी हुई आदत लंबे समय तक टिकती हैं।
- एक बार टाइम टेबिल के अनुसार काम करने की आदत हो जाएगी फिर आप उसके अभ्यस्त हो जाएंगे और आपकी दिनचर्या सेट हो जाएगी।
लेखन अभ्यास करें
किताबों को पढ़ने के साथ साथ लिखने का भी अभ्यास करें। जैसा की पोस्ट में पहले भी बताया गया है कि पुस्तकों को पढ़कर उनके नोट्स बनाए।
इससे लेखन अभ्यास भी होता है और लिखने की क्षमता भी बढ़ती है। रोज रोज नोट्स बनाने से लेखन शैली में निपुणता आती है।
लेखन अभ्यास UPSC की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि परीक्षा में वस्तुनिष्ठ के साथ साथ निबंधात्मक प्रश्न भी सम्मिलित होते है।
अत: उम्मीदवारों को लेखन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। व्याकरणिक त्रुटियाँ भाषा को कमजोर बनाती हैं,
इसलिए भाषा का उचित व्याकरणिक ज्ञान होना आवश्यक है।
भाषा का सरल, त्रुटिरहित तथा सटीक प्रयोग आपके लेखन को प्रभावशाली बनाता है।
आइए जानें कि किन बातों का ध्यान रखते हुए लेखन अभ्यास किया जाए –
- प्रतिदिन विषय संबंधी पुस्तकों को पढ़ कर टोपिक्स पर लिखें।
- प्रश्नों का उत्तर लिखकर तैयार करें।
- अपनी भाषा संबंधी व्याकरण का ज्ञान प्राप्त करें।
- सरल और उचित शब्दों का प्रयोग करें।
- एक वाक्य को दूसरे से सुव्यवस्थित ढंग से जोड़ें।
- उत्तर घुमावदायर न लिखें।
- प्रश्न में पूछे गए विषय से संबंधित ही उत्तर लिखें।
- समय सीमा का ध्यान रखें।
- उत्तर सीमित शब्दों में ही दें अत्यधिक विस्तार बोरिंग भी हो जाता है।
- विषय को नजरअंदाज न करें।
- लेखन व्याकरणिक त्रुटि रहित हो।
- लेखन की सुंदरता व स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
मॉक टेस्ट की आवश्यकता
मॉक टेस्ट परीक्षा की तैयारी में आवश्यक भूमिका निभाता है। यह एग्जाम के माहौल में परीक्षा देने का अहसास देता है।
यही नही बल्कि परीक्षा से पहले ही तैयारी करा देने में सहायक होता है। एक बार जब आप अभ्यस्त हो जाते हैं
तो मॉक टेस्ट परीक्षा के तनाव को भी कम कर देता है।
अभ्यर्थियों के लिए अच्छा होता है यदि वे प्रारम्भिक परीक्षा से 2–3 महीने पहले से मॉक टेस्ट देना शुरू कर दें।
इससे आप अपनी तैयारी का विश्लेषण कर सकें तथा कमियों को दूर करने का पर्याप्त समय आपके पास होगा।
आजकल ऑनलाइन मॉक टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। यह न केवल आपको वास्तविक परीक्षा के डर से मुक्त कराएगा
बल्कि एग्जाम की अच्छी तैयारी में भी सहायक होगा।
मॉक टेस्ट तरीके से सभी विषयों में आपकी पकड़ मजबूत हो जाती है और आपमें आत्मविश्वास की भावना भी उत्पन्न होती है।
कहते है ‘प्रैक्टिस मेक्स मैन परफेक्ट’ तो अभ्यास करते रहिए फिर लिखित परीक्षा हो या साक्षात्कार सफलता आपसे दूर नही रहेगी।
अपने मन की सुनिए और दिमाग से काम करिए। दूसरों की सोच को खुद पर हावी न होने दें। अपनी क्षमता का आंकलन करें। सही दिशा चुने।
उपसंहार
उम्मीद करती हूँ उपरोक्त वर्णित यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की रणनीति संबंधी 7 टिप्स आपके लिए सहायक सिद्ध होंगें।
यह आपकी प्रारम्भिक व मुख्य दोनों ही परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होंगें।
बस आवश्यकता है इन 7 टिप्स को लागू करने की मन में विश्वास और सकारात्मक सोच के साथ पढ़ाई करने की।
फिर सफलता आपसे दूर नही रहेगी। पोस्ट को पढ़कर प्रतिक्रिया अवश्य प्रदान करें।
आपके सुझाव हमारा मार्गदर्शन हैं, तथा आपकी सफलता ही हमारा उद्देश्य है।
सभी स्वस्थ रहें, मस्त रहें और सुरक्षित रहें। नमस्कार